आहिस्ता चल ज़िन्दगी, अभी कई क़र्ज़ चुकाना बाकी है,
कुछ दर्द मिटाना बाकी है, कुछ फ़र्ज़ निभाना बाकी है!!
हम वो नहीं जो तुम्हे गम में छोड़ देंगे,
हम वो नहीं जो तुजसे नाता तोड़ देंगे,
हम वो है जो तुम्हारी साँसे रुके तो,
अपनी साँसे छोड़ देंगे!!
संगमरमर के महल में तेरी तस्वीर सजाऊंगा,
मेरे इस दिल में ऐ सनम तेरे ख्वाब सजाऊंगा,
आज़मा के देख ले तेरे दिल में बस जाऊंगा,
प्यार का हूँ प्यासा तेरे आगोश में सिमट जाऊंगा।
हमको ही क्यों देते हो
प्यार का इल्जाम जरा खुद से
भी पूछों इतने प्यारे क्यों हो..!
कहने में तो मेरा दिल एक है लेकिन
जिसको दिल दिया वो हजारी में एक है
मोहब्बत में तेरी हम
कुछ ऐसा कर जायेंगे,
संग तेरे हम जिए न जिए,
बिन तेरे जरूर मर जायेंगे
तड़प के देख किसी की चाहत में,
तो पता चले कि इन्तजार क्या होता हैं,
यूँ मिल जाए अगर कोई बिना तड़प के,
तो कैसे पता चले कि प्यार क्या होता हैं
अपनी कलम से
दिल से दिल तक की बात करते हो;
सीधे सीधे कह क्यों नहीं देते
हम से प्यार करते हो!
अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे,
हर खवाब मे बुलाया है तुझे,
क्यू न करे याद तुझ को,
जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे.
कब आपकी आँखों में हमें मिलेगी पनाह,
चाहे इसे समझो दिल्लगी या समझो गुनाह,
अब भले ही हमें कोई दीवाना करार दे,
हम तो हो गए हैं आपके प्यार में फ़ना।
माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये,
एक बार जी के तो देखो हमारे लिये,
दिल की क्या औकात आपके सामने,
हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये!
तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है
तेरे आगे चाँद पुराना लगता है
तुम लाख छुपाओ सीने में
एहसास हमारी चाहत का
दिल जब भी तुम्हारा धड़का हैं,
आवाज़ यहाँ तक आई हैं।
मेरे दिल पर उसके प्यार का उधार रहता है,
मेरी आंखों में उसके लिये प्यार बेशूमार रहता है,
उसके बिना दिन का चैन गया और रातों की नींद गई,
बस धड़कता इस दिल में वो दिलदार रहता है.
आपके दीदार के लिए दिल तरसता हैं।
आपके इंतज़ार में दिल तड़पता हैं।
क्या कहें इस पागल दिल को जो,
हमारा होकर भी आपके लिए धड़कता हैं।
तुम लाख छुपाओ सीने में
एहसास हमारी चाहत का
दिल जब भी तुम्हारा धड़का हैं,
आवाज़ यहाँ तक आई हैं।
आखों की गहराई में तेरी
खो जाना चाहता हूँ
आज तुझे बाँहों में लेकर
सो जाना चाहता हूँ
तोड़ कर हदे मैं आज सारी
अपना तुझे बना लेना चाहता हूँ
इस से पहले कि सारे ख्वाब टूट जायें,
और ये ज़िन्दगी हम से रूठ जाए,
एक दूसरे के प्यार में खो जायें इस कदर,
कि हम सारे गमों को भूल जायें।
कल चौदहवीं की रात थी शब भर रहा चर्चा तिरा
कुछ ने कहा ये चाँद है कुछ ने कहा चेहरा तिरा
काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो,
डरते क्यों हो पागल तुम्हारी ही तो हूँ।।
बड़ा मज़ा आता है उसे बार-बार मुझे सताने में,
क्यो भूल जाती है कि नहीं मिलेगा,
कोई मुझसा चाहने वाला इस जमाने में,
नहीं आए यकीं तो फिर आज़माकर देख लेना
कुछ बात अलग है इस दीवाने में
तारीफ नहीं करता खुद की,
मगर ये सच है
कोई कसर नहीं छोडूंगा तेरा साथ निभाने में
अजीब सी बेताबी है तेरे बिना,
रह भी लेते है और रहा भी नही जाता…..!!!
ना जाने कौन-सी दौलत हैं कुछ लोगों के लफ़्जों में,
बात करते हैं तो दिल ही खरीद लेते हैं
बहुत चाहेंगे तुम्हें, मगर भुला न सकेंगे,
ख्यालों में किसी और को ला न सकेंगे,
किसी को देखकर आँसू तो पोछ लेंगे,
मगर कभी आपके बिना मुस्कुरा न पायेंगे
उदास लम्हों की न कोई याद रखना,
तू फान में भी वजूद अपना संभाल रखना,
कि सी की जिंदगी की खुशी हो तुम,
बस यही सोच तुम दिल करता है,
पूरी रात तुम्हेंअपना ख्याल रखना।
होशवालों को खबर क्या…
बेखुदी क्या चीज़ है…
इश्क कीजिये…फिर समझिये…
ज़िन्दगी क्या चीज़ है!
रूठ जाने में भी तुमसे एक
अलग ही मजा है,
बड़ा अच्छा लगता है तेरा मुझे
बार बार मनाना
आँखों की चमक पलकों हो तुम,
चेहरे की हँसी लबों की मुस्कान हो तुम,
धड़कता है दिल बस तुम्हारी आरज़ू में,
फिर कैसे ना कहूँ कि मेरी जान हो तुम…..
कुछ यूँ तुम मोहब्बत का आगाज़ कर दो,
मेरी ज़िन्दगी में प्यार का एहसास भर दो,
छुप-छुप के देखा करो दूर से हमें,
गुज़रो करीब से और नज़र-अंदाज़ कर दो.
जब भी आईना देखोगे तो मेरी याद आएगी,
साथ में गुज़री वो मुलाकात याद आएगी,
पल भर के लिए ये वक़्त भी ठहर जायेगा,
जब मेरी कोई बात आपको याद आएगी।
मैं खुद नहीं जानता वो कितनी प्यारी है,
जान है हमारी पर जान से प्यारी है,
दूरियों के होने से कोई फर्क नहीं पड़ता,
वो कल भी हमारी थी और आज भी हमारी है
होती नहीं है मोहब्बत सूरत से,
मुहब्बत तो दिल से होती है,
सूरत उनकी खुद-ब-खुद लगती है प्यारी,
कदर जिनकी दिल में होती है….
संभाल कर बोलो बात दूर तक
जाएगी इश्क़ है हमसे तो हा
कर दो वरना बहुत देर हो जायेगी।
मेरे नाम को तुम्हारे नाम
का सहारा चाहिये ..!
समझ गये हो या कोई
और इशारा चाहिये ..!!
तेरे ख़त में इश्क की गवाही आज भी है,
हर्फ़ धुंधले हो गए पर स्याही आज भी है।।
मैं बन जाऊं रेत सनम,,
तुम लहर बन जाना…
भरना मुझे अपनी बाहों में
अपने संग ले जाना..!!
उस नज़र की तरफ मत देखो
जो तुम्हे देखना से इनकार करती है,
दुनिया की इस महफ़िल में उस नज़र को देखो
जो आपका इंतज़ार करती है।
होंठो पर देखो फिर आज मेरा नाम आया है,
लेकर नाम मेरा देखो महबूब कितना शरमाया है;
पूछे उनसे मेरी आँखें कितना इश्क है मुझसे,
पलकें झुकाके वो बोले कि मेरी हर साँस में बस तू ही समाया है।
माना की उससे बिछड़कर हम उमर भर रोते रहे,
पर मेरे मर जाने के बाद उमर भर रोएगा वो।
दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो,
ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो,
बहुत चोट लगती है मेरे दिल को,
तुम ख्वाबो में आकर यूँ तड़पाया ना करो…
सर्द हवाओं ने गालों को छुआ है,
शायद तुमने मेरा नाम लिया होगा,
दिल की धड़कन रुक सी गयी है सीने में,
शायद तुमने मुझे थाम लिया होगा।
जाने कब ये प्यार का रिश्ता बन गया,
एक अनजाना जाने कब अपना बन गया,
हमें एहसास भी न हुआ और,
कोई हमारी जिंदगी का सपना बन गया।
कभी लफ्ज़ भूल जाऊं कभी बात भूल जाऊं,
तूझे इस कदर चाहूँ कि अपनी जात भूल जाऊं,
कभी उठ के तेरे पास से जो मैं चल दूँ,
जाते हुए खुद को तेरे पास भूल जाऊं।
तेरे सीने से लगकर तेरी आरजू बन जाऊँ,
तेरी साँसो से मिलकर तेरी खुश्बू बन जाऊँ,
फासले ना रहें कोई तेरे मेरे दरमिआँ,
मैं…मैं ना रहूँ, बस तू ही तू बन जाऊँ
आज खुदा ने मुझसे कहा,
भूला क्यों नहीं देते उसे,
मैंने कहा इतनी फिक्र है
तो मिला क्यों नही देते।
हर अल्फाज़ में एहसास लिखा जाता है,
यहाँ पानी को भी प्यार लिखा जाता है,
मेरे जज्बात से वक़िफ़ है मेरी कलाम भी,
प्यार लिखो तो तेरा नाम लिखा जाता है
अगर कभी उदास हो जाओ तो मेरे हँसी मांग लेना,
अगर कभी कोई गम आपके पास आये तो मेरी ख़ुशी मांग लेना,
खुदा आपको लम्बी उम्र दे जीने के लिए,
अगर एक पल भी कम पड़े तो मेरी जिंदगी मांग लेना.
गुलाब की खुशबू भी फीकी लगती है,
कौन सी खूशबू मुझमें बसा गए हो तुम,
जिंदगी है क्या तेरी चाहत के सिवा,
ये कैसा ख्वाब हमें दिखा गए हो तुम।
ये ज़ुल्फ़ अगर खुलके बिखर जाये तो अच्छा,
इस रात की तकदीर संवर जाए तो अच्छा,
जिस तरह से थोड़ी सी तेरे साथ कटी है,
बाकी भी इसी तरह गुजर जाए तो अच्छा।
साँसों की माला में पिरों कर
रखे हैं तेरी चाहतो के मोती,
अब तो तमन्ना यही है कि,
बिखरूं तो सिर्फ तेरे आगोश में