
अच्छा लगता हैं तेरा नाम मेरे नाम के साथ,
जैसे कोई खूबसूरत जगह हो हसीन शाम के साथ।

ये लकीरें ये नसीब ये किस्मत,
सब फ़रेब के आईने हैं,
हाथों में तेरा हाथ होने से ही,
मुकम्मल ज़िन्दगी के मायने हैं।

चुपके से आकर मेंरे दिल में उतर जाते हो,
सांसों में खुशबु बनकर यू बिखर जाते हो,
कुछ ऐसा चला है तेरे इश्क का जादू मुझपर,
चारों तरफ बस तुम ही तुम नज़र आते हो…

खड़े-खड़े साहिल पर हमने शाम कर दी,
अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी,
ये भी न सोचा कैसे गुज़रेगी ज़िंदगी,
बिना सोचे-समझे हर ख़ुशी आपके नाम कर दी।

उन्हीं के हाथ में है नब्ज़-ए-सुकून शायद,
क़रार दें भी तो जैसे उधार देते हैं।

मेरी जिंदगी में सारी खुशियाँ तेरे बहाने से हैं,
आधी तुझे सताने से आधी तुझे मनाने से हैं !!

मुहब्बत का इम्तिहान आसान नहीं!
प्यार सिर्फ पाने का नाम नहीं!
मुद्दतें बीत जाती हैं किसी के इंतज़ार में!
ये सिर्फ पल-दो-पल का काम नहीं!

इश्क की गहराईयों में.. खूबसूरत क्या है!!
एक मैं हूँ, एक तुम हो और ज़रुरत क्या है!!

कोई सबूत नहीं होता मोहब्बत का साहब,
सामने नाम सुनते ही अगर धड़कने तेज हो जाए तो समझो मोहब्बत है ।

जिस की आँखों में कटी थीं सदियाँ
उस ने सदियों की जुदाई दी है

धड़कते हुए दिल का करार हो तुम,
सजी हुई महफिलों कि बहार हो तुम,
तरसती हुई निगाहों का इंतजार हो तुम,
मेरी जिंदगी का पहला और आखिरी प्यार हो तुम।

मिलने को तो दुनिया में कई चेहरे मिले,
पर तुम सी मोहब्बत,
हम खुद से भी न कर पाए।

प्यार का रिश्ता ऐसा रिश्ता शबनम भी चिंगारी भी
यानी उनसे रोज़ ही झगड़ा और उन्हीं से यारी भी

फ़ासले ऐसे भी होंगे ये कभी सोचा न था
सामने बैठा था मेरे और वो मेरा न था

दिल उदास हो तो बात कर लेना,
दिल चाहे तो मुलाकात कर लेना,
हम रहते हैं आपके दिल में,
वक्त मिले तो तलाश कर लेना।

यूं ही आँखों से आंसूं बहते नहीं,
किसी और को हम अपना कहते नहीं,
एक तुम ही हो जो रुक से गए हो ज़िन्दगी में,
वरना रुकने के लिए हम किसी को कहते नहीं।

हम तुम्हें पाकर खोना नहीं चाहते,
जुदाई में आपके रोना नहीं चाहते,
आप हमारे ही रहना हमेशा प्यार बनकर,
हम भी किसी और के होना नहीं चाहते।

झुकी झुकी सी नज़र बे-क़रार है कि नहीं
दबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं

दीवाना हूँ तेरा मुझे इंकार तो नहीं,
कैसे मैं कह दूँ मुझे तुझसे प्यार नहीं,
कुछ शरारत तो तेरी निगाहों की भी थी,
में अकेला इसका गुनहगार तो नही ।

एक झलक जो मुझे आज तेरी मिल गयी,
मुझे फिर से आज जीने की वजह मिल गयी।

जब ख़याल आया तो खयाल भी उनका आया
जब आँखे बंद की ख्वाब भी उनका आया ,
सोचा याद कर लू किसी और को
मगर होठ खुले तो नाम भी उनका आया.

ख्वाहिश इतनी है कि कुछ,
ऐसा मेरे नसीब में हो,
वक्त चाहे जैसा भी हो,
बस तू मेरे करीब हो !

एक नजर का झोंका आए और छू जाए दिल को,
मोहब्बत हो जाने में वक्त ही कितना लगता है।

उसे कह दो वो मेरा है किसी और का हो नहीं सकता,
बहुत नायाब है मेरे लिए वो कोई और उस जैसा हो नहीं सकता,
तुम्हारे साथ जो गुज़ारे वो मौसम याद आते हैं,
तुम्हारे बाद कोई मौसम सुहाना हो नहीं सकता।

वफ़ा की ज़ंज़ीर से डर लगता है,
कुछ अपनी तक़दीर से डर लगता है,
जो मुझे तुझसे जुदा करती है,
हाथ की उस लकीर से मुझे डर लगता है..

तुमसे उम्र भर इश्क़ करेंगे ये ठान लिया है,
तेरे हंसते मुखड़े को ही जिंदगी मान लिया है।

वो दिल ही क्या जो किसी से वफ़ा ना करे,
तुझे भूल कर हम जिएं कभी खुदा ना करे,
रहेगी तेरी मोहब्बत मेरी जिंदगी बन कर,
ये बात और है कि ज़िन्दगी वफ़ा ना करे।

हम मोहब्बत के बारे में उतना कुछ नहीं जानते,
बस उन्हें देखकर मेरी तलाश खत्म हो जाती हैं..

तलब ये है कि मैं सर रखूँ तेरे सीने पर और,
तमन्ना ये कि मेरा नाम पुकारती हों धड़कनें तेरी।

ख्यालों में भटक जाना तेरी यादों में खो जाना,
बहुत महंगा पड़ा है मुझको तेरा हो जाना।

बहुत खूबसूरत वो रातें होती हैं,
जब तुमसे दिल की बातें होतीं हैं !

तेरी यादों में उलझे
मन को कैसे मैं समझाऊँ
एक मन है मेरे पास
दूजा मैं कहाँ से लाऊँ

झुका ली उन्होंने नज़रे जब मेरा नाम आया
इश्क़ मेरा नाकाम ही सही पर कही तो काम आया

प्यार हमें ज्यादा जताना नहीं आता,
पर आपकी खुशी के लिए हम खुदा से ये कायनात भी मांग लेंगे।

याद रखना ही मोहब्बत में नहीं है सब कुछ
भूल जाना भी बड़ी बात हुआ करती है

एक शुक्रिया जिंदगी में आने के लिए,
एक शुक्रिया जिंदगी को जिंदगी बनाने के लिए,
कर्ज़दार रहेंगे हम जन्मो जन्म,
एक शुक्रिया प्यार को इतने प्यार से निभाने के लिए।

मुस्कान बन जाता है कोई,
दिल की धड़कन बन जाता है कोई,
कैसे जिए एक पल भी उन के बिन,
जब ज़िन्दगी जीने की वजह बन जाता है कोई……

तुम्हारी अहमियत का मंजर
कुछ यूं है मेरी ज़िंदगी में,
अगर तुम न हो तो,
ज़िंदगी बेज़ान सी लगती है।

बताने की बात तो नही है
पर बताने दोगे क्या,
इश्क बेपनाह है तुमसे
मुझे हक जताने दोगे क्या

सूरज सितारे चाँद मेरे साथ में रहे
जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे

तू चाँद और मैं सितारा होता,
आसमान में एक आशियाना हमारा होता,
लोग तुम्हें दूर से देखते हैं,
नज़दीक से देखने का हक़ बस हमारा होता।

कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है,
कोई कहता है प्यार सज़ा बन जाता है,
पर प्यार करो अगर सच्चे दिल से,
तो वो प्यार ही जीने की वजह बन जाता है।

आज देखा है तुझ को देर के बअ’द
आज का दिन गुज़र न जाए कहीं

ये जिंदगी कितनी खूबसूरत है,
बस अब आप आइये आपकी ही जरूरत है।

दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे
वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का
और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे

नहीं है अब कोई जुस्तजू इस दिल में ए सनम,
मेरी पहली और आखिरी आरजू बस तुम हो !

तुम हकीकत हो या फरेब मेरी आँखों का,
न दिल से निकलते हो न जिंदगी में आते हो।

धड़कनें हैं बेचैन सुनने को वो बात,
सोये नहीं हम जिनकी यादों में सारी रात,
क्या वो कह पाएगी हमसे अपने दिल की दास्ताँ,
या फिर तड़पायेगी हुमको यूँ ही सुबह शाम।

ज़िंदगी को तन्हा वीरानों में रहने दो,
इश्क़ ये वफ़ा की बातें ख्यालो में रहने दो,
हक़ीक़त में आजमाने से टूट जाते हैं दिल अकसर,
ये इश्क़, दोस्ती और मोहब्बत किताबों में रहने दो…

जन्नत-ए-इश्क में हर बात अजीब होती है,
किसी को आशिकी तो किसी को शायरी नसीब होती है।