एक उम्मीद ही तो है जिसके सहारे हम जीते है,
वरना साथ छोड़े तो कई दिन हो गए
कभी यादें कभी आँखों में पानी भेज देता है,
वो खुद आता नहीं अपनी निशानी भेज देता है!!
बहुत करीब आकर बताया उसने कि “हम
तुम्हारे नहीं”
तमन्ना रहेगी हमेशा कि हम एक ना हो सके,
और सुकून है कि मुलाकाते सुकून भरी थी.
जिंदगी में चलते चलते कुछ रिश्ते
इस तरह खत्म हो जाते हैं…
लोग इस तरह से नजरअंदाज करते हैं,
कि हम उन्हें नजर आना ही
बंद हो जाते हैं!!
हमें इतनी तकलीफ़ ना होती ,
अगर हमारा दिल भी तेरे दिल की तरह बेवफ़ा होता
जाने उस शख्स को ये कैसा हुनर आता है
रात होते ही आंखों में उत्तर जाता है
वो मेरी सोच की हर दहलीज पे नजर आता है.!!
किसी को इतना भी ना चाहो की उसके
जाने के बाद जिंदगी ही तबाह
हो जाए मेरी तरह
हर याद जिंदगी की भुलाई नहीं जाती
अपनों से दुश्मनी कभी निभाई नहीं जाती,
वो हैं दिल के मेरे इतने करीब,
कि दूर जाकर भी उनसे तन्हाई मिटाई नहीं जाती!
अदा है ख्वाब है तकसीम है तमाशा है
मेरी इन आँखों में एक शख्स बेतहाशा है
तुम्हारे बिन कुछ भी नहीं है,
दिल तो भर गया तुमसे प्यार कर के,
पर अब तुम्हें छोड़ दिया है मुझे,
जिंदगी भर अकेले रहना पड़ेगा।
तेरे बाद ख़ुदसे यही पूछता हूँ,
कहीं फिर मिलें अगर
तो क्या बात होगी।
वो बिछड़ के हमसे ये दूरियां कर गई,
न जाने क्यों ये मोहब्बत अधूरी कर गई,
अब हमे तन्हाइयां चुभती है तो क्या हुआ,
कम से कम उसकी सारी तमन्नाएं तो पूरी हो गई।
अगर बिछड़ने से मुस्कुराहट लौट आये तुम्हारी,
तो तुम्हे हक है की मुझसे दूरियां बना लो !!
जब वो लड़की मुझे पहली
बार देख कर मुस्कुराई थी,
हम तो तभी समझ गये थे ये
लड़की हमे उम्र भर रुलायेगी।
रोया नहीं रुलाया गया हूँ
पसंद बन कर ठुकराया गया हूँ।
कैसे कहूँ दिल में क्या है,
कोई भी तो नहीं है यहां पर,
सब कुछ है बस एक सवाल का जवाब नहीं,
कि क्यों तुमने मुझे छोड़ दिया।
मुद्दतों जिसको तलाशा आज वो मेरे करीब है
अपना प्यार पाना भी कहाँ सबको नसीब है
खुदा की मर्ज़ी बोलकर मुझसे बिछड़ गया,
एक शख्स खुदा के नाम पर फरेब कर गया
जब कोई किसी का साथ छोड़ता है,
तो सिर्फ आँखे नही दिल भी रोता है
टूटकर कोई रिश्ता कहां जुड़ पाया है
इस जमाने में मरने के बाद
भला कोई जिंदा हो पाया है.!!
हमने तो तुम्हें तभी भुला दिया जब तुम
किसी और के हो गाये,
मगर ये बात ये दिल नही समझता
पता नहीं प्यार में अक्सर
ऐसा क्यों होता है
एक प्यार करके तड़पता है…
और दूसरा बेफिक्री से
अपनी जिंदगी जी रहा होता है!!!
मैं पूरी रात निकालता हु उसको याद करके
और उसे दिन के उजाले में भी मेरी याद नहीं आती
चाह कर भी उनका हाल नहीं पूछ सकते,
डर है कहीं कह ना दे कि ये हक्क तुम्हे किसने दिया
चाह कर भी उनका हाल नहीं पूछ सकते
डर है कहीं कह ना दे कि ये हक्क तुम्हे किसने दिया
बिना उसके दिल का हाल कैसे बतलाऊ,
जैसे खाली बस्ता हो किसी नालायक बच्चे का
मैं उसकी दुआ से डर गया हुं साहब,
वो कह रही थी कि,
तुमको मुझसे भी अच्छी मिल जायेगी…
कुछ नहीं बदलेगा यंहा मेरे बिन
दो चार लोग रोयेंगे दो चार दिन
जब से तुमने गैरों को
अपने दिल में जगह दी
तब से तुमने हमें
अपनी जिंदगी से दूर कर दिया
मुझसे बेहतर तो लाख मिल जयेंगे ,
मगर जब बात दिल की आयगी तो हार जाओगे
अपने वो होते है है जिन्हे दर्द का
एहसास हो वरना हाल – चाल तो
रस्ते में आने जाने भी पूछ लिए करते है
आँसू वो खामोश दुआएँ है,
जो सिर्फ रब्ब ही सुन सकता है
उसने अभी कहा ही था घर वाले,
और मैं समझ गया नहीं मानेंगे.
यकीन था कि तुम भूल जाओगे मुझको
ख़ुशी है की हम उम्मीद पर खरे उतरे
मैने तो खुद को समझौता था,
कि तुमसे प्यार करना छोड़ दूंगा,
पर तुमने ऐसा क्या किया की,
अब दिल कहता है कि तुमसे जुड़ा होना चाहिए
तेरे वायदे भी बड़े अजीब थे
रखे भी दिल के करीब थे
क्यों ले बैठे भगवान् का दर्जा
अगर नहीं हमारे नसीब में थे
यारो जो कभी हमारी आंखों में
एक आंसू भी नही देखा करता था,
अफसोस आज वही हमारी
बहते आंसुओं की बजह है।
वफ़ा का दरिया कभी रुकता नही,
मोहब्बत में प्रेमी कभी झुकता नही,
किसी की खुशियों के खातिर चुप है,
पर तू ये न समझना की मुझे दुःखता नही।
टूटा है भरोसा दूसरी बार नहीं करेंगे
पहले की तरह इंतज़ार नहीं करेंगे
जा अब तेरी सारी बेवफाई माफ़ हैं
तुझपे फिर कभी भरोषा नहीं करेंगे
दिल के टुकड़े रखे थे सम्भाल कर एक
टुकड़ा ना जाने कहां खो गया।
खत्म अपने सारे दर्द कर जाऊं
दिल तो करता है सब कुछ छोड़कर
आज ही मर जाऊं..!!
तुझे उजाड़कर भी तरस नहीं आया,
लोग मेरी दास्तान सुनकर रोते हैं.
मोहब्बत करने वालों को वक़्त कहां जो गम लिखेंगे,
कलम इधर लाओ इन बेवफाओं के
बारे में हम लिखेंगे।
जिस दिन आप जमीं पर आये
तब आसमान बी खूब रोया था
आखिर उसका आंसू थमते भी
कैसे उसने हमारे लिए अपना
सबसे प्यारा सितारा जो खोया था
अभी हाथ छोड़ कर जा रहे हो,
मगर एक दिन इस हाथ को थमने के लिए तरस जाओगे
इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा
यादें कटती हैं ले ले कर नाम तेरा
मुद्दत से बैठे हैं ये आस पाले कि
आज आयेगा कोई पैगाम तेरा
जिसके लिए थे हम बहुत खास
उसी ने बना दिया ज़िंदा लाश।
वो जो कल रात चैन से सोया हैं,
उसको खबर भी नहीं कोई उसके लिए
कितना रोया हैं
अनजाने में उससे मोहब्बत हो गई,
और फिर मोहब्बत करके वो हमसे अनजान हो गए