माचिस तो यूँ ही बदनाम है
हुजुर, हमारे तो तेवर ही आग
लगाते है।
ना घमंड रखता हूं ना गुरुर रखता हूं
जिनसे मेरी बनती नहीं
मैं खुद को उनसे दूर रखता हूं..!!
मेहनत इतनी चल रही है कि,
दिल के साथ-साथ दिमाग भी हांप जाए
और रुतबा ऐसा बनाना है कि सामने वाला,
नाम सुनते ही कांप जाए !💪
उन हवाओं से भी जल्द सामना होगा,
जो आज कल हमारे खिलाफ चल रही है..!!
जुबान मेरी कड़वी मगर दिल साफ है,
कौन कब बदला सबका हिसाब है !
जमाना क्या लूटेगा हमारी खुशियां
हम तो खुद अपनी खुशिया दुसरो पर लुटाकर जीते हैं
तुमने पूछा था न कैसा हूँ मैं,
कभी भूल न पाओगे ऐसा हूं मैं !
अगर फितरत हमारी सहने की नहीं होती,
तो हिम्मत तुम्हारी कुछ कहने की नहीं होती।
कुछ पन्ने क्या फटे जिन्दगी की किताब के,
जमाने ने समझा हमारा दौर ही खत्म हो गया !
अपनी हर फतह पर इतना गुरूर मत कर,
मिट्टी से पूछ आज सिकंदर कहाँ है।
क्यों बने किसी और कि तरह
जब जमाने में हमसा कोई नहीं ।
खुद से जीतने की जिद है मेरी,
मुझे खुद को ही हराना है,
मैं भीड़ नही हूं दुनिया की,
मेरे अंदर ही जमाना है।
तेरे Attitude से लोग जलते होंगे,
मगर मेरे Attitude पर तो लोग मरते है !
पैसो से तो दुनिया चलती है
हमारे जैसी हस्ती तो
ऐटिटूड से चलती है।
बादशाह की गली में आके उसका पता नहीं पूछते
ग़ुलामो के झुके हुए सर खुद बा खुद रास्ता बता देते है
बच्चे दूर रहे हमारे ग्रुप में,
दिलेरों का दाखिला होता है,
और कतार में तो कुत्ते आते हैं,
शेरों का तो काफिला होता है !
बेमतलब की दुनिया का किस्सा खतम,
अब जैसी दुनिया वैसे हम…
” दुनिया में तेरी दहाड़ से ज़्यादा,
मेरी खामोशी के चर्चे है। ”
अपने दम पर अपनी पैहचान बनाऊंगा,
कुछ दिन रुक जा तेरी औकात दिखाऊंगा..!!
ज़िद परस्त हूँ मैं टूट जाऊँगा लेकिन
तुम्हें कभी न कहूंगा क याद आते हो
जुनून ऐसा है कि रेगिस्तान
में बाग लगा दूँगा,
तुम मेरी गलती बताते रहना,
मैं पूरे ज़माने में आग लगा दूँगा….
दौलत तो विरासत में मिलती है,
लेकिन पहचान अपने
दम पर बनानी पड़ती है।
टूटा हूँ मगर हारा नही हूँ..
अकेला हूँ मगर बेसहारा नही हूँ…
मेरी हिम्मत को परखने की गुस्ताखी न करना,
पहले भी कई तूफानों का रुख मोड़ चुका हूँ।
सही वक्त पर करवा देंगे हदों का एहसास,
कुछ तालाब खुद को समंदर समझ बैठे हैं।
ज़िद परस्त हूँ मैं टूट जाऊँगा लेकिन
तुम्हें कभी न कहूंगा क याद आते हो
ज़िद परस्त हूँ मैं टूट जाऊँगा लेकिन
तुम्हें कभी न कहूंगा क याद आते हो
ज़िद परस्त हूँ मैं टूट जाऊँगा लेकिन
तुम्हें कभी न कहूंगा क याद आते हो
ज़िद परस्त हूँ मैं टूट जाऊँगा लेकिन
तुम्हें कभी न कहूंगा क याद आते हो
ज़िद परस्त हूँ मैं टूट जाऊँगा लेकिन
तुम्हें कभी न कहूंगा क याद आते हो