100+ BEAUTIFUL RADHA KRISHNA IMAGES / RADHA KRISHNA QUOTES | 100+ सुंदर राधा कृष्ण इमेजेस / राधा कृष्ण कोट्स
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NEW RADHA KRISHNA IMAGES / RADHA KRISHNA QUOTES STATUS
राधा कृष्णा इमेजेस / राधा कृष्णा कोट्स | RADHA KRISHNA IMAGES / RADHA KRISHNA QUOTES: हम आज RADHA KRISHNA IMAGES / RADHA KRISHNA QUOTES की पोस्ट लाये हैं, राधा कृष्ण के कोट्स और इमेजेस प्रेरणा के स्रोत के रूप में काम करते हैं, जो व्यक्तियों को उनके दिव्य सार से जुड़ने और प्रेम और भक्ति की पवित्रता को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। ये कोट्स और इमेजेस राधा और कृष्ण की कालातीत प्रेम कहानी को दर्शाते हैं, जो लोगों को बिना शर्त, निस्वार्थ और शाश्वत प्रेम की तलाश करने के लिए प्रेरित करते हैं।
राधा और कृष्ण की दिव्य प्रेम कहानी हिंदू पौराणिक कथाओं में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। उनका शाश्वत और दिव्य प्रेम पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है, जो प्रेम, भक्ति और आध्यात्मिकता का प्रतीक है।
राधा और कृष्ण के बीच का प्रेम सभी सीमाओं से परे, शुद्ध और निस्वार्थ माना जाता है। उनकी प्रेम कहानी याद दिलाती है कि सच्चा प्यार शाश्वत और दिव्य है। ऐसा कहा जाता है कि राधा और कृष्ण का प्रेम व्यक्तिगत आत्मा (आत्मा) और परमात्मा (परमात्मा) के मिलन का प्रतिनिधित्व करता है।
राधा, जिन्हें अक्सर राधिका के नाम से जाना जाता है, को प्रेम और भक्ति का अवतार माना जाता है, जबकि कृष्ण को दिव्य प्रेमी और सर्वोच्च भगवान के रूप में सम्मानित किया जाता है। उनकी प्रेम कहानी आध्यात्मिक प्रतीकवाद से भरी हुई है और अक्सर पेंटिंग, मूर्तियों और कविता सहित विभिन्न कलात्मक अभिव्यक्तियों के माध्यम से चित्रित की जाती है।
राधा कृष्ण की प्रेम कहानी विभिन्न त्योहारों और अवसरों में मनाई जाती है, जैसे कि राधा अष्टमी, जहां भक्त दिव्य जोड़े के प्रति अपने प्यार और भक्ति को व्यक्त करते हैं। राधा और कृष्ण के बीच प्रेम और बंधन को अक्सर कोट्स और कैप्शन के माध्यम से दर्शाया जाता है जो उनके शाश्वत प्रेम और आध्यात्मिक संबंध का सार दर्शाते हैं।
NEW RADHA KRISHNA IMAGES / RADHA KRISHNA QUOTES STATUS | राधा कृष्ण इमेजेस / राधा कृष्ण कोट्स स्टेटस
राधा तुम जहां भी हो जैसे भी हो
तुम वैसे ही रहना…
तुम्हे पाना जरूरी नहीं है
बल्कि तुम्हरा हो जाना ही काफी है…!!
प्रीत में तेरी कान्हा मैं अब पागल सी होने लग गयीं हूँ
बंसी की धुन सुनके मधुर मैं दिन रात थिरकने लग गयीं हूँ।
हर सच्ची मोहब्बत
यदि मुकम्मल होती…
तो निःसंदेह राधे भी
श्री कृष्ण की होती…!!
कन्हैया को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा,
पूरे खत में सिर्फ कान्हा का ही नाम लिखा !
राधा के दिल की चाहत है कृष्णा,
राधा की विरासत है कृष्णा,
कितने भी रास रचा ले कृष्णा,
फिर भी दुनिया कहेगी – राधे_कृष्णा
गोकुल में राधा रानी ही केवल
यादों में सुध बुध नहीं भूली हैं
बिन राधा के बंसी कान्हा भी
मथुरा में बजाना भूल गए ।
मटकी तोड़े, माखन खाए
फिर भी सबके मन को भाये,
राधा के वो प्यारे मोहन,
महिमा उनकी दुनिया गाये |
अगर तुमने राधा के कृष्ण के प्रति समर्पण को जान लिया,
तो तुमने प्यार को सच्चे अर्थों में जान लिया।
राधा-राधा जपने से हो जाएगा तेरा उद्धार,
क्योंकि यही है वो नाम जिससे कृष्ण को है प्यार |
तुम कृष्ण जैसे हो सबके दिल को भाते हो।
मैं राधा जैसी हूं सिर्फ तुमसे दिल लगाती हूं।
कितनी खूबसूरत है राधा के ख्यालों की दुनिया,
माखन चोर से शुरू होती है और कृष्ण पर खत्म।
जैसे सीता भी अधूरी थी राम के बिना
वैसे ही राधा भी अधूरी थी कृष्ण के बिना |
प्यार सबको आजमाता हैं,
सोलह हज़ार एक सौ आठ रानियों से मिलने वाला श्याम,
एक राधा को तरस जाता हैं।
ब्रज का कण-कण आज भी राधा-कृष्णा की प्रेमकथा सुनाता है,
प्रेम तो वही है जो सीमाओं को लांघकर अमर हो जाता है।
कृष्ण राधा के निश्चल प्रेम को
ये दुनिया क्या समझ पाएगी…
जो खुद को शरीरों में बांधती है
वह आत्मा को क्या समझ पाएगी…
संगीत है श्रीकृष्ण, सुर है श्रीराधे
शहद है श्रीकृष्ण, मिठास है श्रीराधे
पूर्ण है श्रीकृष्ण, परिपूर्ण है श्रीराधे
आदि है श्रीकृष्ण, अनंत है श्रीराधे
राधा मुरली-तान सुनावें
छीनि लियो मुरली कान्हा से
कान्हा मंद-मंद मुस्कावें
राधा ने धुन,प्रेम की छेड़ी
कृष्ण को तान पे,नाच नचावें
कोई प्यार करे तो राधा-कृष्ण की तरह करे जो एक बार मिले,
तो फिर कभी बिछड़े हीं नहीं |
हर शाम सुहानी नही होती,
हर प्यार के पीछे कोई कहानी नही होती,
कुछ तो असर होता है दो आत्मा के मेल का,
वरना गोरी राधा,
सावले कान्हा की दीवानी नहीं होती |
हर पल,
हर दिन कहता है कान्हा का मन…
तू कर ले पल-पल राधा का सुमिरन…
संसार के लोगों की आशा न किया करो,
जब-जब मन विचलित हो, राधा-कृष्ण नाम लिया करो।
बहुत सुंदर तेरे नैन ओ राधा प्यारी,
इन्ही नैनों के हो गए बांके बिहारी।
यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता,
तो हर ह्रदय में राधा-कृष्णा का नाम नहीं होता।
जब भी राधा की आंख में
आंसू आते है।
तब तब कृष्ण का सहारा
उनके पास ही होता है।
अगर आपने राधा और कृष्ण के प्रति समर्पण जान लिया
तो समझो अपने सच्चे प्रेम का अर्थ जान लिया !
श्याम तेरी बंसी में कोई बात है,
जो मीरा है तेरी दीवानी और…
राधा भी तेरे साथ है।
जो प्रेम को ना समझे वो तप कर ले,
मन में राधा-कृष्ण के नाम का जप करे ले
पता नहीं मजाक था या प्यार का पैगाम लिखा था,
जब मैनें राधा और उसने श्याम लिखा था।
कर भरोसा राधे नाम का धोखा कभी ना खायेगा,
हर मौके पर कृष्ण तेरे घर सबसे पहले आयेगा।
कृष्ण राधा के निश्चल प्रेम को
ये दुनिया क्या समझ पाएगी…
जो खुद को शरीरों में बांधती है
वह आत्मा को क्या समझ पाएगी…
यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता,
तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता !
गोरी राधा और काले कृष्ण
का प्रेम दो शरीरों का नहीं
दो आत्माओं का मिलन है…
राधे कृष्ण… राधे कृष्ण…
श्री कृष्ण कहते हैं ,
मैं विधाता होकर भी विधि के
विधान को नहीं टाल सकता।
मेरा प्रेम राधा थी और चाहती मुझको मीरा थी
पर मैं रुक्मणी का हो गया।
राधा का प्यार कृष्णा के लिए एक दुआ होती है,
जो उनकी हर मनोकामना पूरी करती है।
राधा के प्यार में कृष्ण
अपनी आत्मा की समस्त शक्ति को प्रकट करते है,
जो उन्हें अनन्त शक्ति का अनुभव कराते है।
राम बना तो सीता नही मिली
कृष्णा बना तो राधा नहीं मिली…
मोहब्बत तो दोनों ने की थी मगर,
मुकद्दर को मोहब्बत ही न मिली…!!
श्याम की बंसी जब भी बजी है,
राधा के मन में प्रीत जगी है…!!
राधा की चाहत हैं कृष्ण,
उसके दिल की विरासत हैं कृष्ण,
चाहे कितना भी रास रचा ले कृष्ण
दुनिया तो फिर भी यही कहती हैं
राधे कृष्ण राधे कृष्ण।
प्रेम वह आत्मीय सुख है
जिसके होने मात्र से नर,
नारायण को पा लेता है
जिस प्रकार श्री राधा जी ने पाया घनश्याम को।
राधा के बिना कृष्ण का जीवन एक अधूरा सा है,
क्योंकि वह उनके बिना कुछ भी नहीं ।
हमने प्रेम की कितनी बाधा देखी
फिर भी कृष्णा के साथ राधा देखी!
सुध-बुध खो रही राधा रानी,
इंतजार अब सहा न जाएँ,
कोई कह दो सावरे से,
वो जल्दी राधा के पास आएँ|
संगीत है श्रीकृष्ण, सुर है श्रीराधे
शहद है श्रीकृष्ण, मिठास है श्रीराधे
पूर्ण है श्रीकृष्ण, परिपूर्ण है श्रीराधे
आदि है श्रीकृष्ण, अनंत है श्रीराधे
राधा मुरली-तान सुनावें
छीनि लियो मुरली कान्हा से
कान्हा मंद-मंद मुस्कावें
राधा ने धुन,प्रेम की छेड़ी
कृष्ण को तान पे,नाच नचावें |
प्रेम की भाषा बड़ी आसान होती है,
राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी ये पैगाम देती है |
मधुवन में भले ही कान्हा किसी गोपी से मिले
मन में तो राधा के ही प्रेम के हैं फूल खिले।
हे कान्हा
जी भर के तुम्हे देखूं, कुछ ऐसा नज़ारा हो,
बेताबी मेरी नज़र में हो,और चेहरा तुम्हारा हो !
राधा के हृदय में श्याम,
राधा की साँसों में श्याम,
राधा में ही हैं श्याम,
इसीलिए दुनिया कहती हैं,
बोलो श्याम श्याम श्याम।
जिस पर राधा को मान हैं,
जिस पर राधा को गुमान हैं,
यह वही कृष्ण हैं,
जो राधा के साथ हर जगह विराजमान हैं।
राधा ने किसी और की तरफ देखा हीं नही,
जब से वो कृष्ण के प्यार में खो गई कान्हा के प्यार में पड़कर,
वो खुद प्यार की परिभाषा हो गई।
राधा और कृष्ण की प्रेम कहानी सिर्फ रोमांस की कहानी नहीं है, बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा है जो व्यक्तिगत आत्मा और परमात्मा के बीच शाश्वत बंधन का प्रतीक है। यह लोगों को शुद्ध, निस्वार्थ और उत्कृष्ट प्रेम की तलाश करने के लिए प्रेरित करता है, जिससे यह हिंदू संस्कृति और आध्यात्मिकता का अभिन्न अंग बन जाता है।
FAQ’s
राधा कृष्ण के प्रसिद्ध शब्द क्या हैं? (What were the famous lines of Radha Krishna?)
राधा कृष्ण के प्रसिद्ध शब्द “राधे राधे” थे, जो उनके प्रेम और आध्यात्मिक संबंध को दर्शाते थे।
कृष्ण राधा के बारे में क्या कहते हैं? (What does Krishna say about Radha?)
कृष्ण राधा के बारे में अपने प्रेम और आध्यात्मिक संबंध के माध्यम से बहुत कुछ कहते हैं। उनका कहना है कि राधा उनकी आत्मा है और वो राधा के बिना अधूरा है।
राधा रानी की सबसे अच्छी बोली क्या थी?(What was Radha Rani’s best quote?)
राधा रानी की सबसे अच्छी उक्ति “प्रेम की आग में जलने से ही तो सही, जीवन सफल हो जाता है” थी, जो उनके प्रेम और आध्यात्मिक संबंध को दर्शाता है।
राधा और कृष्ण के उद्धरणों में क्या जुड़ाव है?(What is the bonding of Radha and Krishna quotes?)
राधा और कृष्ण के उद्धरणों में उनके प्रेम और आध्यात्मिक संबंध का जिक्र होता है, जो एक दूसरे के लिए अटूट है और जीवन भर के लिए है।
राधा कृष्ण के उद्धरण प्रेम पर क्या है? (What are Radha Krishna quotes on love?)
राधा कृष्ण के उद्धरण प्रेम पर उनके पवित्र और आध्यात्मिक संबंध को दर्शाते हैं, जो प्रेम और समर्पण से भरे हुए हैं। उनके उद्धरणों में प्यार की पवित्रता और अध्यात्मिकता का जिक्र होता है।