बिना मतलब के इस दुनिया में
कोई किसी का भला नहीं करता ।
मेरी दुनिया का हर शख्स मतलबी ही निकला
सिवाय एक आईने के जो वफादार निकला ।।
नादान था दिल मेरा इसलिए उसको भी नादान समझ लिया ,
वो तो इंसानी भेष में एक मतलबी शैतान था ।
इज़्ज़त उसी की होती है
जो निस्वार्थ लोगों का काम करता है ।
मेरी दुनिया का हर शख्स मतलबी निकला ,
घर एक आईना था बस वही वफादार निकला ।
पराये लोग वफादार नहीं तो क्या हुआ,
धोखेबाज लोग भी तो अपने ही होते है !
जरूर एक दिन वो शख्स तड़पेगा
हमारे लिए कभी ,
तो खुशियाँ बहोत मिल रही है
उसे मतलबी लोगो से ..!!
प्यार हो या परिंदा,
दोनों को आज़ाद छोड़ दो,
अगर लौट आया तो तुम्हारा,
और अगर न लौटा तो वह तुम्हारा था ही नहीं कभी..
मतलब का भार
काफी ज्यादा होता है
तभी तो मतलबी निकलते है
तो रिश्ते हल्के हो जाते हैं |
अब दोस्ती वालो का जमाना गया यारो ,
ये मतलबी लोगों का दौर है ..!!
मतलबी दुनिया की एक कहानी ,
मतलब निकली तो ,
“आप कौन , आपको हमने पहचाना नहीं “ ?
दिलों में मतलब और
जुबान से प्यार करते हैं ,
बहुत से लोग दुनिया में
यही कारोबार करते हैं ।
ढॅूढना ही है तो परवाह
करने वालों को ढॅूढ़ीये साहेब …
इस्तेमाल करने वाले तो
ख़ुद ही आपको ढॅूढ़ लेंगे …
मतलबी दुनिया में लोग खड़े हैं ,
हातो में पत्थर लेकर ,
मैं कहां तक भागू शीशे का मुकद्दर लेकर ..!!
मेरी मासुमीयत पर हंसते हैं ,
मतलब निकालने वाले ,
खुद को बहुत समझदार समझते हैं ,
ये शहर में रहने वाले ।
जो ख्वाहिशों के बाजार में
मतलबी मंजर दिख रहे है
ये सब दिखावटी चेहरो का कमाल है ..!
भुला देंगे तुम्हे भी जरा सब्र तो कीजिए
आपकी तरह मतलबी होने में जरा वक्त लगेगा !!
कुछ लोग आपसे सिर्फ इतनी मोहब्बत करते हैं ,
जितना आपको इस्तेमाल कर सकते हैं ,
जहाँ उनका मतलब खत्म हो वहां ,
उनकी मोहब्बत भी खत्म हो जाती है |
इस मतलबी दुनिया में जरूरत से
ज्यादा अच्छे बनोगे तो जरूरत से
ज्यादा इस्तेमाल कर लिए जाओगे ।
कोई कहता है , दुनिया प्यार से चलती है ,
कोई कहता है , दुनिया दोस्ती से चलती है ,
लेकिन जब अजमाया तो पता चला की ,
दुनिया तो बस मतलब से चलती है ..!!
इस कलयुग की दुनिया की
यह है सबसे बड़ी बीमारी …
सबको है एक दूसरे से
बस मतलब की ही यारी !!
मानता था मैं , दुनिया के लिए कीमती होगा प्यार ..
वहम था मेरा , मतलबी निकला यह सारा संसार ..
मतलब की दुनिया है दोस्त
मतलब से जी खुदगर्ज बन
जा और नजर उठाकर जी ..
अपने आप को लोगों पर
सोच समझकर खर्च किया करो
मतलबी लोग मतलब निकाल कर
आपको पहचानने से इंकार कर देंगे !!
दिल तोडा मेरा कोई बात नहीं गलती तुम्हारी
नहीं मेरी थी भरोसा मैंने किया था यार तुमने नहीं ।
ख्वाबों के इस शहर मे मैने थामा था तेरा हाथ
आज तुमने अपने मतलब
के लिये छोड़ दिया मेरा साथ ।।
दुनिया का पहला उसूल है जब तक
काम है तब तक राम राम है उसके
बाद न दुआ न सलाम है ।
पहले तो बस सुना था ,
तुमसे मिलकर जाना ,
जाना .. दुनिया कितनी मतलबी है ।
मेरी दुनिया का हर एक शख्स मतलबी निकला ,
बस एक आईना था , बस वही सच्चा निकला ..!!
मैं उस गली मैं दिल लगा बैठा
जिस गली की दीवारों पर
बस मतलबी लोगो के चेहरे बने हुए थे ।।
दुआ करों की मेरी जिंदगी
में भी ये मुकाम आये वो ,
मतलबी दुआ करे मगर
उस दुआ में भी मेरा नाम आये ..!!
कौन किसको दिल में जगह देता हैं ,
सूखे पत्ते तो पेड़ भी गिरा देता हैं ,
वाकिफ हैं हम दुनिया के रिवाजो से ,
मतलब निकल जाये तो हर कोई भुला देता हैं ।
दोस्ती करने से पहले दोस्त को
आज़माना चाहिए . यहाँ दोस्ती के
नाम पर लोग बर्बाद कर दिया करते हैं !!
इस मोहब्बत के हर चहरे पर है कई नकाब
शायद इसलिए पूरे नही होते सच्चे प्यार के
वो सारे ख्वाब ।।
जब अपनो को अपनो के
दर्द से मतलब नही रहा
तब समझ आया इस दुनिया में
कोई किसी का नही रहा ..!
सुनो कितना अच्छा होता तुम मतलबी होते
और वो मतलब तुम को खुद से होता ।।
कोहनी पर टिके हुए लोग ,
टुकङों पर बिके हुए लोग ,
करते हैं बरगद की बातें ,
ये गमले में उगे हुए लोग |
वक़्त आपको बता देता है की लोग
क्या थे और आप क्या समझते थे |
मुझको छोड़ने की वज़ह तो बतादे
मुझसे नाराज़ थे या मुझ जैसे हजारो थे !!
दिलों मे मतलब और जुबान से प्यार करते है !!
बहुत से लोग दुनिया मे यही कारोबार करते है !!
विश्वास की डोर एक धोखे से तोड़ जाते है ,
मतलबी लोग की फितरत है की ,
वो अपनों को बीच रस्ते में छोड़ जाते है ।
मतलब है तो रिश्ता है वरना
इस फरेबी जमाने
में कौन किसको पूछता है ..!
मतलबी लोग …
कुछ लोगों का तो अंदाज ही
निराला होता है …
जब उन्हें कोई काम पड़ता है
तभी उन्हें हमारी याद आती है !!
जिसके लिए पूरी दुनिया के सामने खड़ा हुआ ,
उसी ने आज अकेला छोड़ दिया !
अपने मतलब के लिये लोग , कितना बदल जाते हैं वे
अपनों को पीछे धकेल कर , आगे निकल जाते हैं
कोई मरता भी हो तो उनकी बला से ,
वो तो लाशों पर पाँव रखकर , आगे निकल जाते हैं |
मतलब पूरा होने के बाद लोग
बोलना तो दूर , देखना भी छोड़ देते हैं ।
मतलबी निकली दुनिया
जिसे मैं देर से जान पाया ..
कमजोरी थी मेरी , सभी को
अपना कहता चला आया ..
मतलबी लोगो की मीठी बातें हैं ,
ये तो सिर्फ एक दिखावा है ।
चाहे आप भी उन्हें आज़मालो ,
आपको भी धोखा मिलेगा ये मेरा दावा है ।
हमने भी सीख लिया है ,
लोगों से की कैसे रंग बदलना है ।
कुछ की फितरत मगर कुछ की मज़बूरी होती है ,
जिंदगी में धोखे की लत इतनी जरुरी होती है ।
माना आप सिर्फ अपने मतलब को जानते हो ,
मगर उस मतलब के लिए हमें क्यों अपना मानते हो ।
सच्चे लोगो की एक निशानी होती है !!
वो मिलने के लिए वक़्त और
मतलब नही ढूंढते !!